राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण और गरिमापूर्ण कामकाजी वातावरण दिलवाने की बात होगी National Womens Day पर कार्यक्रम आयोजित होंगे पर क्या महिलाओं की समस्याओं का निराकरण वाकई होगा... आइए पढ़ते है प्रमुख विषय...
कामकाजी महिलाओं की समस्या और कामकाजी महिलाओं की समस्याएं और उनका निराकरण: समस्याएं: कार्य-जीवन संतुलन: कामकाजी महिलाओं को घर और काम दोनों जगह जिम्मेदारियों को संभालना पड़ता है। यह उन्हें थका देता है और तनाव पैदा करता है। लिंगभेद: कई कार्यस्थलों में लिंगभेद अभी भी मौजूद है। महिलाओं को समान अवसर और वेतन नहीं मिल पाता है। यौन उत्पीड़न: कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न एक बड़ी समस्या है। महिलाओं को अक्सर पुरुष सहकर्मियों द्वारा परेशान किया जाता है। मातृत्व अवकाश: कई महिलाओं को मातृत्व अवकाश के बाद नौकरी में वापस आने में मुश्किल होती है। बाल देखभाल: कामकाजी महिलाओं को अपने बच्चों की देखभाल के लिए विश्वसनीय और किफायती विकल्पों की आवश्यकता होती है। निराकरण: कार्य-जीवन संतुलन: नियोक्ताओं को लचीले काम के घंटे और दूरस्थ कार्य विकल्प प्रदान करके कार्य-जीवन संतुलन को बढ़ावा देना चाहिए। लिंगभेद: सरकार को लिंगभेद को खत्म करने के लिए कानूनों को लागू करना चाहिए और जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। यौन उत्पीड़न: कार्यस्थलों में यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए नीतियां और...